डॉ. अनुजा पोरवाल - अतिरिक्त निदेशक नेफ्रोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट मेडिसिन फोर्टिस अस्पताल नोएडा।
किडनी फेल होने की स्थिति में मरीजों को डायलिसिस करवाना पड़ता है। यह काफी खर्चीली प्रक्रिया है। इस दौरान हॉस्पिटल विजिट को कैसे कम किया जा सकता है, एक्सपर्ट बता रहे हैं।
डायलिसिस (Dialysis) कराना उन लोगों के लिए जीवनरक्षक हो सकता है, जिनकी किडनी फेल हो चुकी होती हैं। मगर यह काफी समय खपाने वाली प्रक्रिया होती है और शुरू में, काफी डरावनी भी लग सकती है। साथ ही, इसके चलते मरीज़ के जीवन में कई बदलाव आते हैं। अगर आपके परिवार में किसी की किडनी खराब हो चुकी हैं और उन्हें नियमित डायलिसिस (dialysis for kidney patients) करवाना पड़ता है, तो एक्सपर्ट दे रहे हैं वह जरूरी सुझाव (Tips for dialysis patients) जिससे हॉस्पिटल विज़िट को कम किया जा सके।
कब दी जाती है डायलिसिस की सलाह (When dialysis is required)
आमतौर से एंड स्टेज रीनल डिज़ीज़ या किडनी फेल की समस्या से ग्रस्त मरीज़ को डायलिसिस की सलाह दी जाती है। डायलिसिस की जरूरत तब पड़ती है जब किडनी सही ढंग से काम नहीं कर रही होतीं।
कैसे किया जाता है डायलिसिस (How dialysis works)
ऐसे में डायलसिस किडनी की तरह काम करती है। यानि शरीर से अपशिष्ट सामग्री को बाहर फेंकती है, रक्तचाप नियंत्रित करती है, रक्त में कुछ रसायनों जैसे पोटाशियम, , बाइकार्बोनेट, कैल्शियम और फॉस्फोरस आदि का स्तर सुरक्षित बनाकर रखती है। डायलिसिस काफी चुनौतीपूर्ण हो सकती है, क्योंकि इसके लिए बार-बार अस्पताल जाने की जरूरत पड़ती है।
अस्पताल में भर्ती होने से मरीज़ के जीवन पर असर पड़ता है और यह खर्चीली प्रक्रिया भी होती है। इसलिए डायलसिस के मरीज़ों को इसे कम-से-कम रखने के प्रयास करने चाहिए। डायलसिस के सही शेड्यूल का पालन करने के अलावा साफ-सफाई की अच्छी आदतें बरतने और सेहतमंद खानपान जरूरी होता है।
यहां कुछ उपयोगी नुस्खे दिए जा रहे हैं जिनकी मदद से आप अस्पताल जाने से बच सकते हैं और एक आसान जीवन भी बिता सकते हैं:
किडनी के मरीजों का जीवन आसान और स्वस्थ बना सकते हैं ये 11 सुझाव (Safety tips for kidney patients)
- डायलिसिस शेड्यूल का पालन करें
- हिमोडायलसिस से किसी सेशन में चूक नहीं
- साफ-सफाई रखे
- अधिक मात्रा में पेय पदार्थों के सेवन से बचें
- निर्धारित समय पर दवाओं का नियमित सेवन करें
- हर महीने अपने नेफ्रोलॉजिस्ट से नियमित रूप से सलाह लें
- अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित डाइट का पालन करें
- एक्सेस साइट की देखभाल
- लैब पैरामीटरों और अन्य वाइटल्स पर ध्यान दें
- एक्टिव रहें
अन्य महत्वपूर्ण निर्देश :
डॉक्टर की सलाह पर नियमित समय रूप से दवाओं का सेवन करें। धूम्रपान और शराब का सेवन करने से बचें, इनकी वजह से आपकी किडनी पर असर पड़ सकता है। यदि आपको हाइपरटेंशन (High blood pressure) है तो अपना ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ (Diabetes) है तो नियमित रूप से ब्लड शुगर की जांच कर उसे नियंत्रित रखें।
अपने नेफ्रोलॉजिस्ट की सलाह से वैक्सीनेशन शैड्यूल का पालन करते रहें, नियमित रूप से हेपेटाइटिस बी टिटर्स लें और हर साल एंटी फ्लू शॉट भी लगवाएं।
इन उपयोगी नुस्खों का पालन कर ये मरीज़ बार-बार अस्पताल जाने के चक्कर से बच सकते हैं। जिससे उनका जीवनकाल लंबा होगा और साथ ही, उनकी जीवन की गुणवत्ता भी अच्छी रहेगी।
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